बिसौली। क्षतिग्रस्त सोत नदी के पुल से पीडब्ल्यूदी द्वारा आनन – फानन में आवागमन रोक दिया गया। जिसके बाद लोगों को गंतव्य तक पहुंचने के लिए अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ रहा है। सोत नदी पर जब तक पुल का निर्माण नहीं हो रहा है तब तक वैकल्पिक मार्ग की मांग को लेकर क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य एवं ग्राम प्रधानों ने ग्रामीणों के साथ एसडीएम राशि कृष्णा को ज्ञापन सौंपा।
रानेट गांव के पास सोत नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त होने पर से प्रशासन ने आवागमन पूर्णतया प्रतिबंधित कर दिया है। जिससे तीन विधानसभाओं के 200 से अधिक गांव के ग्रामीणों का आवागमन बिल्कुल ठप्प है। आवागमन बंद होने के बाद वैकल्पिक रास्ते की मांग को लेकर मंगलवार को करीब आधा दर्जन जिला पंचायत सदस्य और 50 से अधिक ग्राम प्रधानों ने ग्रामीणों के साथ तहसील परिसर में पहुंचकर आजमगढ़ के सांसद धर्मेंद्र यादव, महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को संबोधित करते हुए ज्ञापन एसडीएम को सौंपा और क्षतिग्रस्त पुल पर आवागमन बंद होने के बाद वैकल्पिक रास्ते की मांग की है। ग्रामीणों का कहना था कि अगर जल्द वैकल्पिक रास्ता नहीं बनाया गया तो सभी लोग आंदोलन के लिए बाध्य होंगे जिसका जिम्मेदार प्रशासन स्वयं होगा। इस दौरान महेंद्र प्रताप, गजेंद्र यादव, सुरेंद्र यादव, एड. राहुल यादव भीष्म, सोमेश प्रताप, विनोद यादव, राजीव यादव, एड. विवेक यादव, जितेंद्र यादव, मुनीश यादव, वीरेश यादव, नीरेश यादव, हिमांशु यादव, रजत यादव, रमन यादव, विकास, अंसुल यादव, सत्यवीर सिंह, तस्लीम, उपनेश, फूलसिंह, ज्ञान चंद शाक्य, गुड्डू सैफी आदि मौजूद रहे।
