प्रदीप प्रजापति
बदायूं: कल मैं बदायूं रोडवेज़ से निकल रहा था, तभी मेरी नजर रोडवेज़ परिसर और उसके आसपास के क्षेत्र की स्थिति पर पड़ी। वहां जो गंदगी फैली हुई थी, वह किसी भी जागरूक नागरिक को विचलित कर सकती है। खास तौर पर प्राइवेट बस अड्डे के पास की हालत अत्यंत दयनीय थी। कूड़े-कचरे का ढेर, दुर्गंध और अव्यवस्था इस क्षेत्र की पहचान बन चुकी है।सबसे दुखद बात यह है कि रोडवेज़ की वर्कशॉप भी पूरी तरह टूटी हुई पड़ी है, जिससे यह क्षेत्र और भी उपेक्षित प्रतीत होता है। आसपास से गुजरने वालों के लिए यह न सिर्फ असुविधाजनक है, बल्कि स्वास्थ्य के लिहाज से भी खतरनाक है। किसी को वहां रुकना तो दूर, ठीक से चलना भी मुश्किल हो जाता है।प्रशासन और स्थानीय निकायों को इस दिशा में शीघ्र कदम उठाने की आवश्यकता है। सफाई व्यवस्था को मजबूत करना, टूटी हुई वर्कशॉप की मरम्मत और इलाके का पुनर्विकास अब टालने लायक नहीं रहा। नागरिकों को भी चाहिए कि वे साफ-सफाई को लेकर जागरूक बनें और ऐसे स्थानों पर गंदगी फैलाने से बचें।