बदांयू 3 जून
कछला में गंगा दशहरा के स्नान को लेकर घाट पर स्नानार्थियों की सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टिगत तैयारी अब शुरू हो गई है, इसके लिए तहसील प्रशासन की ओर से निर्देश दिए जा चुके हैं।
पांच जून को गंगा दशहरा के स्नान पर्व पर जनपद के गंगा तट पर हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी, लेकिन इससे पहले गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन सतर्क है। जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से इन घाटों पर पहले से गहरे स्थानों को चिह्नित कर लगाई गई बैरिकेडिंग पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है, जिससे हादसे की आशंका बढ़ गई है।
अब जिला प्रशासन के निर्देश पर तहसील प्रशासन इन बैरिकेडों को फिर से स्थापित करेगा और गंगा के गहरे स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा। इसके लिए प्रशासन ने तैयारी तेज कर दी है और जिन स्थानों पर स्नान वर्जित है, वहां चेतावनी बोर्ड और बैरिकेडिंग दोबारा लगाई जाएगी।
साथ ही श्रद्धालुओं को भी गहराई वाले हिस्सों में न जाने की अपील की जाएगी और जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। तय किया गया है कि श्रद्धालु केवल निर्धारित व सुरक्षित स्थलों पर ही स्नान करेंगे। गंगा दशहरा के दिन सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए आपदा राहत विभाग, स्थानीय पुलिस और गोताखोरों की टीमों को घाटों पर तैनात किया जाएगा।
बदांयू तहसील प्रशासन इसकी तैयारियों में जुटा है और प्रशासनिक टीम राजस्व विभाग के साथ तालमेल कर कार्य कर रही है। एसडीएम सदर ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस बार भी गंगा स्नान को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है, लेकिन जलस्तर की स्थिति बदलने से इंतजामों में लगातार बदलाव और निगरानी की आवश्यकता बनी हुई है।
गंगा दशहरा पर संभावित श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए घाटों की सुरक्षा व्यवस्था को प्राथमिकता दी जा रही है। पहले लगाए गए बैरिकेड जलस्तर बढ़ने से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, जिन्हें फिर से लगाया जा रहा है। श्रद्धालुओं को गहरे हिस्सों में न जाने के लिए जागरूक किया जाएगा। राजस्व विभाग और स्थानीय प्रशासन की टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं, गोताखोर व नाविकों को लगाया जा रहा है ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना को रोका जा सके।
मोहित कुमार, एसडीएम, सदर।