
बदायूं खबर
पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान पर भारत ने आप्रेशन सिंदूर चलाया जिसमें पाकिस्तान के आतंकवादीयो के नौ ठिकाने तबाह कर दिये ऐसे में जब प्रदेश के साहित्यकारों से उत्तर प्रदेश हिन्दी प्रचार समिति के सचिव षट्वदन शंखधार ने आनलाइन बात की तो सबने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा…
जिसमे सबसे पहले मेरठ के युवा कवि अनुभव शर्मा ने कहा
सीमा पर सिंदूर चमका, बिखरी रण की धार,
धरती माँ के वीर सपूतों ने फिर जीता संसार।
बदायूं के युवा कवि षट्वदन शंखधार ने कहा
भारत पर हमला करने के सपने चकनाचूर
कुरैशी और व्योमिका ने दिखा दिया सिंदूर
बुलंदशहर के रहने वाले कवि अंकित सारस्वत ने कहा
सिंदूर पौंछने वाले को सिंदूर लगा कर मारा है।
और नाम पूछने वाले को नाम बताकर मारा है।।
कायर बुजदिल मक्कारों को शौर्य दिखाकर मारा है।
मेरे देश की सेना ने अब दुश्मन ललकारा है।।
नजीबाबाद के कवि अरुण दीक्षित स्वच्छंद ने कहा
आतंकी हमला कर डाला,
भारतवासी मजबूर किए।
सेना ने कर दी स्ट्राइक
आतंकी चकनाचूर किए।।
बिजनौर के शायर बुकरम ने पाकिस्तान को लताड़ते हुए कहा
सारी अकड़ पाकिस्तान की मिट्टी में मिला दी
एक ही झटके में दुश्मन को भारत ने धूल चटा दी
वरिष्ठ कवि मेरठ के डीके निवातिया कहते हैं
माना के जंग किसी मसले का हल नहीं हो सकता
मगर कुछ सख्त कदम ज़रूरी है ख़ुद-ए’तिमादी के लिए!!
उधम सिंह नगर के प्रभात कुमार विश्नोई कहते हैं
प्रलय ज्वाला सदृश ये सिंदूर है
जिसमें अब तुमको जल जाना है।
छीना जो सिंदूर मांग का उसका कर्ज चुकाना है
सुखदेव शर्मा बदायूं के कहते हैं कि
सिंदूर का रंग नहीं बदलता सिंदूर ने रंग बदलवा दिया।
सिंदूर को मिटाने बालों को खाक में देखो मिला दिया।।
कवियों के अंदर भी गुस्सा है भारतीय सेना के लिए कवियों ने उनके शौर्य को सराह और ईश्वर से कामना की वो इसी तरह मैदान में डटे रहे|भगवान उनकी रक्षा करें|