बारिश में झूमे बच्चे, घोड़े पर सवार हुए सपने – HP इंटरनेशनल स्कूल का समर कैंप बना यादों की बरसात!
बदायूं – एचपी इंटरनेशनल स्कूल में चल रहे “सनशाइन रीसैस” समर कैंप के चौथे दिन का दृश्य किसी उत्सव से कम नहीं था। हर ओर हँसी, रंग, उत्साह और बच्चों की मासूम मुस्कान गूंज रही थी। मानो गर्मियों की तपिश भी बच्चों की खुशी के सामने पिघल गई हो।
आज का सबसे दिल को छू लेने वाला पल तब आया, जब छोटे-छोटे कदमों ने बारिश की बूँदों संग थिरकना शुरू किया। बच्चों ने रेन शॉवर के नीचे गुनगुनी धूप में नाच-गाकर समर कैंप को एक जीवंत उत्सव में बदल दिया। वहीं स्कूल का खुला मैदान बच्चों की ऊर्जा से गूंज उठा जब उन्होंने क्रिकेट खेला – हर चौका-छक्का उनके आत्मविश्वास की आवाज बन गया।
एक और खास आकर्षण रहा – हॉर्स राइडिंग। पहली बार घोड़े पर बैठे नन्हे बच्चों की आंखों में डर से ज़्यादा चमक और आत्मबल दिखाई दिया। उनके चेहरे पर जो मुस्कान थी, वो किसी भी माता-पिता का दिल जीत ले।
कैंप की ‘कुकिंग विदआउट फायर’ गतिविधि में बच्चों ने बिना आग के स्वादिष्ट और पौष्टिक व्यंजन बनाए – बिस्किट मिठाइयाँ, फ्रूट चाट, सैंडविच आदि। इन छोटे शेफ्स की रचनात्मकता और सहयोग देखने लायक था।
वहीं ‘आर्ट एंड क्राफ्ट’ के कोने में बच्चों ने अपनी कल्पनाओं को कागज़ और रंगों में उड़ान दी। हर चित्र, हर रचना एक कहानी कहती नजर आई – उम्मीद, प्यार और मासूमियत की।
इस विशेष अवसर पर स्कूल के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री शिवम पटेल ने कहा, “हम चाहते हैं कि बच्चे छुट्टियों में सिर्फ मनोरंजन न करें, बल्कि आत्मविश्वास और रचनात्मकता भी सीखें। समर कैंप उसी सोच का नतीजा है।”
निदेशिका श्रीमती सेजल पटेल ने भावनात्मक रूप से कहा, “हर साल हम कुछ नया लेकर आते हैं, जिससे बच्चों को विकास के नए अवसर मिलें। रेन शॉवर और हॉर्स राइडिंग जैसी गतिविधियाँ बच्चों की खुशी का कारण बनती हैं।”
प्राचार्य संदीप पांडे ने भी कहा, “बच्चों ने अनुशासन और उत्साह के साथ हर गतिविधि में हिस्सा लिया। उनका समर्पण और मुस्कान हमें ऐसे और भी आयोजन करने के लिए प्रेरित करता है।”
ये सिर्फ समर कैंप नहीं था, ये बच्चों के सपनों की वो दुनिया थी जहां उन्हें उड़ने के लिए पंख मिले।
HP इंटरनेशनल स्कूल का यह समर कैंप एक बार फिर साबित करता है कि जब शिक्षा और आनंद साथ चलते हैं, तब हर दिन एक खूबसूरत याद बन जाता है।
